Attack Movie Review: देसी सुपरसोल्जर की भूमिका में चमके जॉन, नए निर्देशक ने भेदा मुश्किल लक्ष्य
‘विकी डोनर’, ‘मद्रास कैफे’ और ‘बाटला हाउस’ जैसी फिल्मों से बार बार लीक से इतर कहानियों को संरक्षण देते रहे जॉन अब्राहम ने इस बार एक असली कहानी को फिल्मी रूप दिया है। फिल्म ‘अटैक पार्ट वन’ की कहानी जॉन ने खुद लिखी है। इसमें आतंकवादी हमले के शिकार एक फौजी की अपंगता को तकनीक के सहारे दूर किया जाता है और उसके बाद वह संसद पर हुए आतंकी हमले के दौरान अंदर फंसे नेताओं और देश के प्रधानमंत्री की जान बचाता है। फिल्म करीब दो घंटे की अवधि की है और इसी के चलते युवाओं को खास भा भी रही है। फिल्म का शनिवार का कलेक्शन शुक्रवार के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा रहा और इसे एक अच्छा शगुन माना जा रहा है।
फिल्म ‘अटैक पार्ट वन’ ने शुक्रवार को रिलीज के पहले दिन अंतिम आंकड़ों के मुताबिक 3.51 करोड़ रुपये का कारोबार किया है। ये शुरुआती रुझानों से करीब 51 लाख रुपये ज्यादा है। फिल्म का कलेक्शन शनिवार को करीब 15 फीसदी बढ़ा और शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक ये चार करोड़ रुपये से भी ऊपर निकलता दिख रहा है। इस तरह से फिल्म की पहले दो दिन की कमाई ही 7.5 करोड़ रुपये से ज्यादा होती दिख रही है। अगर फिल्म ने रविवार को भी पांच करोड़ रुपये के करीब कमाई कर ली तो ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपने वितरण अधिकार भर की कमाई पहले हफ्ते में निकाल सकती है।
फिल्म ‘अटैक पार्ट वन’ को दर्शकों के लिहाज से भूमिका बनाने में भले थोड़ी देरी करती हो और इंटरवल के पहले हिस्से में इसकी गति मध्यम भी है लेकिन इंटरवल के बाद ये बिल्कुल ‘धूम’ मचा जाती है। जॉन अब्राहम हिंदी सिनेमा की फ्रेंचाइजी फिल्मों का सबसे लोकप्रिय चेहरा रहे हैं और उनके चेहरे के मासूमियत के साथ उनकी आंखों में दिखने वाला विश्वास ही उनको इस किरदार के लिए बिल्कुल सही चुनाव बनाता है। फिल्म के एक्शन सीन्स खासे दमदार हैं और हिंदी सिनेमा में अरसे बाद कुछ अलग सा दिखने वाला एक्शन रचने के लिए इसकी पूरी टीम तारीफ की हकदार है।
फिल्म ‘अटैक पार्ट वन’ में जॉन अब्राहम के अलावा जैकलीन फर्नांडीज, रकुल प्रीत सिंह, प्रकाश राज, रत्ना पाठक शाह और किरण कुमार के अहम किरदार हैं। फिल्म को अपने पार्श्व संगीत और संपादन से सबसे ज्यादा मदद मिली है। इस फिल्म से शाश्वत सचदेव ने फिल्म ‘उरी द सर्जिकल स्ट्राइक’ का बैकग्राउंड म्यूजिक भी दिया था। आरिफ शेख हिंदी सिनेमा के चंद बेहतरीन वीडियो संपादकों में से हैं और तमाम मेगा बजट फिल्मों के संपादन से जुड़ेरहे हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी की भी प्रशंसा हो रही है।